Tarbandi Yojana Registration:- हाय दोस्तों! आज मैं आपके लिए एक ऐसी योजना लेकर आया हूँ, जो हमारे देश के किसानों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। जी हाँ, मैं बात कर रहा हूँ तारबंदी योजना की, जिसमें सरकार किसानों को अपने खेतों की सुरक्षा के लिए 60% तक सब्सिडी दे रही है। ये योजना खास तौर पर उन किसानों के लिए है, जो अपनी फसलों को आवारा पशुओं से बचाना चाहते हैं। और सबसे अच्छी बात? अब आप इसके लिए ऑनलाइन आवेदन भी कर सकते हैं! तो चलिए, बिना वक्त गँवाए इस योजना के बारे में सबकुछ विस्तार से जानते हैं। मैं आपको ऐसा बताऊँगा जैसे हम आमने-सामने बैठकर चाय की चुस्की लेते हुए बात कर रहे हों।
Table of Contents
Tarbandi Yojana क्या है?
सबसे पहले ये समझ लेते हैं कि आखिर ये तारबंदी योजना है क्या? दोस्तों, हमारे देश में किसान भाइयों की मेहनत से उगाई गई फसलें अक्सर आवारा जानवरों जैसे गाय, बैल, नीलगाय, सूअर या कुत्तों की वजह से बर्बाद हो जाती हैं। कई बार तो पूरा खेत चौपट हो जाता है और किसान की साल भर की मेहनत पर पानी फिर जाता है। इसे देखते हुए सरकार ने तारबंदी योजना शुरू की है। इस योजना का मकसद है कि किसानों को अपने खेतों के चारों ओर काँटेदार तार या बाड़ लगाने के लिए आर्थिक मदद दी जाए, ताकि उनकी फसलें सुरक्षित रहें।
इस योजना के तहत सरकार कुल खर्च का 60% तक सब्सिडी दे रही है। यानी अगर आपके खेत की तारबंदी में 1 लाख रुपये लगते हैं, तो आपको सिर्फ 40,000 रुपये देने होंगे और बाकी 60,000 रुपये सरकार देगी। अब ये तो कमाल की बात है, है ना? ये योजना अलग-अलग राज्यों में थोड़े अलग नियमों के साथ चल रही है, लेकिन आज हम खास तौर पर इसकी आम जानकारी और रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पर बात करेंगे।
तारबंदी योजना के फायदे
अब सोच रहे होंगे कि भाई, इसमें मेरे लिए क्या है? तो चलिए, मैं आपको इसके फायदे गिनवाता हूँ:
- फसल की सुरक्षा: तारबंदी से आपके खेत में कोई आवारा जानवर नहीं घुसेगा। नीलगाय हो या सूअर, सब बाहर ही रहेंगे।
- पैसों की बचत: पहले आपको पूरी तारबंदी अपने पैसे से करनी पड़ती थी, लेकिन अब 60% सब्सिडी मिलेगी, तो जेब पर बोझ कम होगा।
- रात की नींद पूरी: अब आपको रात-रात भर खेत की रखवाली के लिए जागना नहीं पड़ेगा। तारबंदी लग गई, तो चैन की बंसी बजाइए!
- उत्पादन बढ़ेगा: जब फसल सुरक्षित रहेगी, तो नुकसान कम होगा और आपकी कमाई बढ़ेगी।
- सरकारी मदद: सरकार आपके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। ये सब्सिडी आपके हक की है, तो इसे लेना तो बनता है।
तो देखा आपने, ये योजना सिर्फ तार लगाने की बात नहीं है, बल्कि ये आपके खेतों को मजबूत करने और आपकी मेहनत को सही दिशा देने का मौका है।
कौन ले सकता है इस योजना का लाभ?
अब सवाल ये है कि क्या हर किसान इस योजना का फायदा उठा सकता है? दोस्तों, हर योजना की कुछ शर्तें होती हैं, और यहाँ भी ऐसा ही है। आम तौर पर ये शर्तें हर राज्य में थोड़ी अलग हो सकती हैं, लेकिन ज्यादातर जगहों पर ये नियम लागू होते हैं:
- किसान होना जरूरी: ये योजना सिर्फ किसानों के लिए है। अगर आपके पास खेती की जमीन है, तो आप इसके लिए पात्र हो सकते हैं।
- न्यूनतम जमीन: कई राज्यों में कम से कम 0.5 हेक्टेयर या 1.5 हेक्टेयर जमीन का नियम है। कुछ जगहों पर ग्रुप में अप्लाई करने के लिए 5 हेक्टेयर की शर्त भी होती है।
- राज्य का निवासी: आपको उस राज्य का स्थायी निवासी होना चाहिए, जहाँ ये योजना लागू है। मिसाल के तौर पर, राजस्थान का किसान राजस्थान तारबंदी योजना के लिए अप्लाई कर सकता है।
- बैंक खाता: सब्सिडी का पैसा सीधे आपके बैंक खाते में आएगा, तो आपका खाता आधार से लिंक होना चाहिए।
- पहले लाभ न लिया हो: अगर आपने उसी जमीन के लिए किसी दूसरी योजना से तारबंदी का लाभ ले लिया है, तो आप यहाँ पात्र नहीं होंगे।
तो अगर आप इन शर्तों को पूरा करते हैं, तो बिना देर किए इस योजना के लिए तैयार हो जाइए।

How to register online for Tarbandi Yojana?
अब आते हैं असली मुद्दे पर। Tarbandi Yojana Registration की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और इसे ऑनलाइन करना बेहद आसान है। मैं आपको स्टेप-बाय-स्टेप बताऊँगा कि आप घर बैठे अपने फोन या लैपटॉप से कैसे अप्लाई कर सकते हैं। तो ध्यान से सुनिए:
स्टेप 1: ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएँ
सबसे पहले आपको अपने राज्य की कृषि विभाग की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाना होगा। मिसाल के तौर पर, अगर आप राजस्थान से हैं, तो राज किसान साथी पोर्टल या जल जीवन मिशन की साइट चेक कर सकते हैं। हर राज्य की साइट अलग होती है, तो अपने राज्य का नाम और “तारबंदी योजना” गूगल पर सर्च करें।
स्टेप 2: योजना का ऑप्शन चुनें
वेबसाइट खुलने के बाद आपको होम पेज पर “तारबंदी योजना” या “फार्मर सब्सिडी स्कीम” जैसा ऑप्शन ढूंढना है। यहाँ आपको “Apply Online” या “Register” का बटन मिलेगा। उस पर क्लिक करें।
स्टेप 3: रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरें
अब आपके सामने एक फॉर्म खुलेगा। इसमें आपको अपनी डिटेल्स भरनी होंगी, जैसे:
- आपका पूरा नाम
- आधार नंबर
- मोबाइल नंबर
- जमीन का क्षेत्रफल और खसरा नंबर
- बैंक खाते की डिटेल्स
सारी जानकारी सही-सही भरें, क्योंकि गलती होने पर आपका आवेदन रिजेक्ट हो सकता है।
स्टेप 4: दस्तावेज अपलोड करें
फॉर्म भरने के बाद आपको कुछ जरूरी दस्तावेज अपलोड करने होंगे। ये आम तौर पर होते हैं:
- आधार कार्ड की कॉपी
- जमीन के कागजात (खसरा-खतौनी)
- बैंक पासबुक की फोटो
- पासपोर्ट साइज फोटो
इन सबको स्कैन करके पीडीएफ या जेपीजी फॉर्मेट में अपलोड करें।
स्टेप 5: सबमिट करें और रसीद लें
सब कुछ चेक करने के बाद “Submit” बटन दबाएँ। इसके बाद आपको एक रजिस्ट्रेशन नंबर या रसीद मिलेगी। इसे अपने पास सेव कर लें, क्योंकि आगे की प्रक्रिया में इसकी जरूरत पड़ेगी।
बस, हो गया! अब आपका आवेदन सरकार के पास पहुँच गया है। इसके बाद अफसर आपके खेत का सत्यापन करेंगे और सब ठीक रहा, तो सब्सिडी आपके खाते में आ जाएगी।
तारबंदी योजना में कितनी सब्सिडी मिलती है?
अब बात करते हैं पैसे की। इस योजना में सरकार 60% तक सब्सिडी दे रही है, लेकिन ये राशि हर राज्य में थोड़ी अलग हो सकती है। कुछ जगहों पर ये 70-80% तक भी जाती है। मिसाल के तौर पर:
- राजस्थान तारबंदी योजना: यहाँ 50% सब्सिडी या अधिकतम 40,000 रुपये तक की मदद मिलती है। अगर आप छोटे या सीमांत किसान हैं, तो 48,000 रुपये तक मिल सकते हैं।
- उत्तर प्रदेश: यहाँ 60% सब्सिडी का प्रावधान है।
- ग्रुप में अप्लाई करें: अगर 10 या उससे ज्यादा किसान मिलकर अप्लाई करते हैं, तो 70% तक सब्सिडी मिल सकती है।
ये सब्सिडी 400 मीटर तक की तारबंदी के लिए है। अगर आपका खेत इससे बड़ा है, तो बाकी का खर्च आपको खुद उठाना होगा। पैसा सीधे आपके बैंक खाते में आएगा, तो आधार लिंकिंग जरूरी है।
तारबंदी योजना में क्या-क्या सावधानियाँ बरतें?
दोस्तों, योजना अच्छी है, लेकिन कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है:
- सही जानकारी दें: फॉर्म में गलत डिटेल्स डालने से आपका आवेदन रद्द हो सकता है।
- दस्तावेज पूरे रखें: कोई भी कागज छूट गया, तो प्रक्रिया अटक सकती है।
- समय पर अप्लाई करें: कई बार ये योजना “पहले आओ, पहले पाओ” के आधार पर चलती है, तो देर न करें।
- सत्यापन के लिए तैयार रहें: अफसर आपके खेत की जाँच करेंगे, तो तारबंदी का काम पूरा रखें।
अगर इन बातों का ध्यान रखेंगे, तो सब्सिडी लेने में कोई दिक्कत नहीं होगी।
तारबंदी योजना की चुनौतियाँ
हर चीज के दो पहलू होते हैं। इस योजना में भी कुछ चुनौतियाँ हैं:
- जागरूकता की कमी: गाँवों में कई किसानों को अभी इसके बारे में पता ही नहीं है।
- तकनीकी दिक्कत: ऑनलाइन आवेदन के लिए इंटरनेट और स्मार्टफोन चाहिए, जो हर किसी के पास नहीं होता।
- फंड की कमी: कभी-कभी सरकार के पास बजट कम पड़ जाता है, तो कुछ किसानों को इंतजार करना पड़ता है।
लेकिन अच्छी बात ये है कि सरकार इन समस्याओं को दूर करने की कोशिश कर रही है। आप अपने गाँव के कृषि अधिकारी से भी संपर्क कर सकते हैं।
अगर नाम लिस्ट में न हो तो क्या करें?
मान लीजिए आपने अप्लाई कर दिया, लेकिन आपका नाम लिस्ट में नहीं आया। तो घबराएँ नहीं। आप अपने नजदीकी कृषि विभाग ऑफिस या ई-मित्र सेंटर पर जाकर पूछताछ कर सकते हैं। वहाँ आपको बता दिया जाएगा कि आपका आवेदन क्यों रिजेक्ट हुआ या कब तक अप्रूव होगा। आप चाहें तो हेल्पलाइन नंबर पर भी कॉल कर सकते हैं। हर राज्य का नंबर अलग होता है, तो वेबसाइट से चेक कर लें।
तारबंदी योजना का भविष्य
दोस्तों, ये योजना सिर्फ अभी की बात नहीं है। सरकार का प्लान है कि आने वाले सालों में हर किसान के खेत तक ऐसी सुविधाएँ पहुँचें। इसके साथ-साथ सोलर फेंसिंग और नई तकनीकों को भी जोड़ा जा सकता है। अगर ये सही से चली, तो हमारे किसानों की जिंदगी में बड़ा बदलाव आएगा।
निष्कर्ष
तो दोस्तों, ये था तारबंदी योजना रजिस्ट्रेशन का पूरा लेख। मुझे उम्मीद है कि आपको सारी जानकारी आसान भाषा में समझ आ गई होगी। अब देर किस बात की? अगर आप एक किसान हैं और अपनी फसल को बचाना चाहते हैं, तो आज ही ऑनलाइन आवेदन शुरू कर दें। 60% सब्सिडी का ये मौका हाथ से न जाने दें। और हाँ, इस लेख को अपने किसान दोस्तों के साथ शेयर करना न भूलें, ताकि वो भी इसका फायदा उठा सकें।
अगर आपके मन में कोई सवाल है, तो नीचे कमेंट में पूछें। मैं कोशिश करूँगा कि आपकी हर परेशानी का जवाब दे सकूँ। तब तक के लिए, खेती करें, खुश रहें और अपनी फसल को सुरक्षित रखें। मिलते हैं अगले लेख में, bye-bye!
Pingback: Subhadra Yojana 5th Phase Payment
Pingback: sukanya samriddhi yojana calculator 2025