Driving Licence Kaise Banaye:- आज के समय में ड्राइविंग लाइसेंस हर उस शख्स के लिए जरूरी हो गया है, जो गाड़ी चलाना चाहता है। चाहे आप बाइक चलाते हों या कार, बिना लाइसेंस के सड़क पर गाड़ी चलाना न सिर्फ गैरकानूनी है, बल्कि जुर्माने का भी कारण बन सकता है। लेकिन अच्छी खबर ये है कि अब ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना पहले जितना मुश्किल नहीं रहा। सरकार ने इसे आसान बनाने के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू की है,
जिससे आप घर बैठे ही अपने लाइसेंस के लिए अप्लाई कर सकते हैं। इस आर्टिकल में मैं आपको ड्राइविंग लाइसेंस बनाने की पूरी प्रक्रिया स्टेप-बाय-स्टेप बताऊंगा, वो भी ऐसे तरीके से जैसे मैंने खुद इसे बनवाया हो। तो चलिए शुरू करते हैं!
Table of Contents
ड्राइविंग लाइसेंस क्या है और क्यों जरूरी है?
ड्राइविंग लाइसेंस एक सरकारी दस्तावेज है, जो ये साबित करता है कि आपको गाड़ी चलाने की ट्रेनिंग मिली है और आप सड़क नियमों को समझते हैं। बिना इसके गाड़ी चलाने पर ट्रैफिक पुलिस आपको रोक सकती है और भारी चालान काट सकती है। 2025 में नए ट्रैफिक नियमों के तहत जुर्माना पहले से भी सख्त हो गया है। इसके अलावा, लाइसेंस आपके पहचान पत्र के तौर पर भी काम करता है। तो अगर आप सोच रहे हैं कि “ड्राइविंग लाइसेंस कैसे बनवाएं Driving Licence Kaise Banaye”, तो ये आर्टिकल आपके लिए ही है।
ड्राइविंग लाइसेंस के प्रकार
सबसे पहले ये समझना जरूरी है कि भारत में कई तरह के ड्राइविंग लाइसेंस होते हैं:
- लर्निंग लाइसेंस: ये शुरुआती लाइसेंस होता है, जो 6 महीने के लिए वैलिड होता है। इसके बाद आप परमानेंट लाइसेंस के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
- परमानेंट लाइसेंस: ये लंबे समय तक वैलिड होता है, आमतौर पर 20 साल तक या 50 साल की उम्र तक।
- कमर्शियल लाइसेंस: टैक्सी, बस या ट्रक जैसे वाहनों के लिए।
- टू-व्हीलर या फोर-व्हीलर लाइसेंस: ये आपकी गाड़ी के हिसाब से बनता है।
आपको जो चाहिए, वो चुनें। ज्यादातर लोग पर्सनल यूज के लिए टू-व्हीलर या फोर-व्हीलर लाइसेंस बनवाते हैं।

ड्राइविंग लाइसेंस बनाने की योग्यता
लाइसेंस बनवाने से पहले कुछ शर्तें पूरी करनी होती हैं:
- आपकी उम्र कम से कम 18 साल होनी चाहिए (टू-व्हीलर के लिए) और 20 साल कार के लिए।
- 50cc से कम इंजन वाली बाइक के लिए 16 साल की उम्र में भी लाइसेंस मिल सकता है।
- आपको सड़क नियमों की बेसिक जानकारी होनी चाहिए।
- आंखों की रोशनी ठीक होनी चाहिए (कलर ब्लाइंडनेस नहीं होनी चाहिए)।
घर बैठे ड्राइविंग लाइसेंस कैसे बनाएं: स्टेप-बाय-स्टेप प्रक्रिया
अब असली बात पर आते हैं। मैं आपको वो तरीका बताऊंगा, जो मैंने खुद आजमाया और जिससे मेरा लाइसेंस आसानी से बन गया।
स्टेप 1: ऑनलाइन पोर्टल पर जाएं
सबसे पहले आपको भारत सरकार की ऑफिशियल वेबसाइट parivahan.gov.in पर जाना है। ये वो जगह है जहां सारी प्रक्रिया ऑनलाइन शुरू होती है। वेबसाइट पर पहुंचते ही आपको “Online Services” का ऑप्शन दिखेगा। उस पर क्लिक करें और “Driving Licence Services” चुनें।
स्टेप 2: अपने राज्य का चुनाव करें
यहां आपको अपने राज्य का नाम सेलेक्ट करना होगा। हर राज्य का RTO (Regional Transport Office) अलग होता है, तो सही ऑप्शन चुनें। जैसे मैं दिल्ली से हूं, तो मैंने “Delhi” चुना।
स्टेप 3: लर्निंग लाइसेंस के लिए अप्लाई करें
अगर आपके पास पहले से लाइसेंस नहीं है, तो पहले “Apply for Learner’s Licence” पर क्लिक करें। यहां आपको एक फॉर्म भरना होगा। इसमें आपका नाम, पता, जन्मतिथि, मोबाइल नंबर जैसी बेसिक डिटेल्स डालनी होंगी। फॉर्म भरते वक्त सावधानी रखें, क्योंकि गलती होने पर बाद में दिक्कत हो सकती है।
स्टेप 4: जरूरी दस्तावेज अपलोड करें
फॉर्म भरने के बाद कुछ डॉक्यूमेंट्स अपलोड करने होंगे। मेरे पास ये सब पहले से स्कैन करके तैयार थे, तो प्रोसेस आसान हो गया। आपको चाहिए:
- आधार कार्ड: पहचान और पते के लिए।
- पासपोर्ट साइज फोटो: डिजिटल फॉर्मेट में।
- हस्ताक्षर: स्कैन कॉपी।
- मेडिकल सर्टिफिकेट: कुछ मामलों में जरूरी होता है (50 साल से ऊपर वालों के लिए)।
- उम्र का सबूत: बर्थ सर्टिफिकेट या 10वीं की मार्कशीट।
सारे डॉक्यूमेंट्स JPG या PDF में होने चाहिए और साइज 1MB से कम रखें।
स्टेप 5: फीस जमा करें
अब फीस पेमेंट का नंबर आता है। लर्निंग लाइसेंस की फीस करीब 200-300 रुपये होती है, जो राज्य के हिसाब से बदल सकती है। आप इसे ऑनलाइन डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड या नेट बैंकिंग से जमा कर सकते हैं। पेमेंट करते ही आपको एक रसीद मिलेगी, उसे संभालकर रखें।
स्टेप 6: टेस्ट की तारीख बुक करें
फीस जमा करने के बाद आपको लर्निंग लाइसेंस का टेस्ट देना होगा। ये टेस्ट ऑनलाइन भी हो सकता है। मेरे लिए ऑनलाइन ऑप्शन था, तो मैंने घर से ही टेस्ट दिया। इसमें ट्रैफिक नियमों, साइन बोर्ड और सड़क सुरक्षा से जुड़े 10-15 सवाल पूछे जाते हैं। अगर आपने थोड़ा सा पढ़ लिया, तो पास करना आसान है। टेस्ट पास करते ही आपको लर्निंग लाइसेंस का सर्टिफिकेट डाउनलोड करने का ऑप्शन मिलेगा।
स्टेप 7: परमानेंट लाइसेंस के लिए अप्लाई करें
लर्निंग लाइसेंस मिलने के 30 दिन बाद और 6 महीने से पहले आपको परमानेंट लाइसेंस के लिए अप्लाई करना होगा। इसके लिए फिर से उसी वेबसाइट पर जाएं और “Apply for Permanent Licence” चुनें। यहां आपको ड्राइविंग टेस्ट की तारीख बुक करनी होगी।
स्टेप 8: ड्राइविंग टेस्ट दें
ये थोड़ा नर्वस करने वाला हिस्सा है। आपको अपने नजदीकी RTO ऑफिस जाना होगा। मेरे केस में, मैं अपनी बाइक लेकर गया था। वहां एक ऑफिसर ने मुझसे कुछ बेसिक चीजें चेक कीं, जैसे ब्रेक लगाना, टर्न लेना और पार्किंग। अगर आप कॉन्फिडेंट हैं और प्रैक्टिस की है, तो पास होना आसान है। टेस्ट पास करने के बाद आपका लाइसेंस 7-10 दिनों में पोस्ट से घर आ जाएगा।
ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने में कितना खर्चा आता है?
लर्निंग लाइसेंस की फीस 200-300 रुपये और परमानेंट लाइसेंस की फीस 500-1000 रुपये तक हो सकती है। अगर आप ड्राइविंग स्कूल से ट्रेनिंग लेते हैं, तो उसका अलग चार्ज लगेगा, जो 2000-5000 रुपये तक हो सकता है।
टिप्स जो मेरे काम आए
- ट्रैफिक नियम पढ़ लें: टेस्ट से पहले RTO की वेबसाइट पर दिए सैंपल सवाल देखें।
- डॉक्यूमेंट्स तैयार रखें: स्कैन कॉपी पहले से बना लें।
- प्रैक्टिस करें: ड्राइविंग टेस्ट के लिए थोड़ा अभ्यास जरूरी है।
- सही समय चुनें: RTO में भीड़ कम होने पर अपॉइंटमेंट बुक करें।
ऑनलाइन प्रक्रिया के फायदे
- घर बैठे फॉर्म भर सकते हैं।
- लंबी लाइनों से बचाव।
- टेस्ट की तारीख अपनी सुविधा से चुन सकते हैं।
- स्टेटस ऑनलाइन चेक कर सकते हैं।
निष्कर्ष
ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना अब पहले जितना मुश्किल नहीं रहा। सरकार ने इसे आसान और पारदर्शी बनाने के लिए सारी प्रक्रिया ऑनलाइन कर दी है। बस आपको थोड़ी तैयारी और सही जानकारी चाहिए। इस आर्टिकल में मैंने आपको वही बताया, जो मैंने खुद अनुभव किया। तो देर किस बात की? आज ही parivahan.gov.in पर जाएं और अपना लाइसेंस बनवाने की शुरुआत करें। अगर कोई सवाल हो, तो नीचे कमेंट करें, मैं जवाब देने की पूरी कोशिश करूंगा। सड़क पर सुरक्षित रहें और नियमों का पालन करें!