PM Gramin Awas Yojana New Update 2025: बिहार को 5.40 लाख आवास आवंटित, जानें पूरी रिपोर्ट और ताजा अपडेट्स

PM Gramin Awas Yojana New Update:- प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना (PMAY-G) भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में बेघर और कच्चे मकानों में रहने वाले गरीब परिवारों को पक्के घर उपलब्ध कराना है। बिहार के लिए हाल ही में एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है, जिसमें केंद्र सरकार ने 5.40 लाख नए आवास बिहार को आवंटित किए हैं।

यह कदम बिहार के लाखों बेघर परिवारों के लिए उनके सपनों के पक्के घर की नींव रखेगा। इस आर्टिकल में हम PM Gramin Awas Yojana New Update 2025 की पूरी जानकारी, ताजा आंकड़े, और योजना से जुड़े सभी महत्वपूर्ण अपडेट्स को विस्तार से बताएंगे। साथ ही, हम यह भी समझाएंगे कि आप इस योजना का लाभ कैसे उठा सकते हैं, और बिहार में इसकी प्रगति पर क्या कहते हैं आंकड़े।

PM Gramin Awas Yojana New Update: संक्षिप्त परिचय

प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना (PMAY-G) की शुरुआत 20 नवंबर 2016 को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई थी। इसका मुख्य लक्ष्य ग्रामीण भारत में बेघर परिवारों और कच्चे मकानों में रहने वाले लोगों को पक्के घर उपलब्ध कराना है, जिनमें बुनियादी सुविधाएं जैसे बिजली, पानी, शौचालय, और स्वच्छ ईंधन शामिल हों। यह योजना “Housing for All” मिशन का हिस्सा है, जिसके तहत सरकार ने मार्च 2029 तक 2.95 करोड़ पक्के मकान बनाने का लक्ष्य रखा है।

बिहार, जो भारत का एक प्रमुख ग्रामीण राज्य है, इस योजना का महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है। हाल ही में केंद्र सरकार ने बिहार को 5.40 लाख नए आवास आवंटित किए हैं, जो ग्रामीण विकास और सामाजिक समानता की दिशा में एक बड़ा कदम है।

बिहार को 5.40 लाख पी.एम आवास आवंटित: ताजा अपडेट

केंद्र सरकार ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए बिहार को 5,40,000 नए आवास आवंटित किए हैं, जिसकी जानकारी केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने बिहार के उप-मुख्यमंत्री श्री सम्राट चौधरी को एक पत्र के माध्यम से दी। इस पत्र में उन्होंने बताया कि बिहार सरकार द्वारा 10 अप्रैल 2025 को भेजे गए पत्र में 5.29 लाख आवास आवंटन की मांग की गई थी। इस मांग को ध्यान में रखते हुए, केंद्र सरकार ने 12 अप्रैल 2025 को 5,20,742 आवास पहले ही स्वीकृत कर दिए थे। इसके अतिरिक्त, अब कुल 5.40 लाख आवास बिहार के लिए आवंटित किए गए हैं, जो बिहार के ग्रामीण क्षेत्रों में बेघर परिवारों के लिए एक वरदान साबित होगा।

यह आवंटन बिहार के उन गरीब और वंचित परिवारों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, जो कच्चे मकानों या झोपड़ियों में रहने को मजबूर हैं। इस योजना के तहत प्रत्येक लाभार्थी को 1.20 लाख रुपये (मैदानी क्षेत्रों में) और 1.30 लाख रुपये (पहाड़ी/कठिन क्षेत्रों में) की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है, जो तीन किस्तों में सीधे उनके आधार से जुड़े बैंक खातों में हस्तांतरित की जाती है। इसके अलावा, स्वच्छ भारत मिशन (SBM-G) और मनरेगा (MGNREGS) जैसी योजनाओं के साथ समन्वय करके शौचालय, बिजली, और पानी जैसी सुविधाएं भी सुनिश्चित की जाती हैं।

केंद्रीय मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान का पत्र: क्या कहा गया?

केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने पत्र में बिहार सरकार की सक्रियता और PMAY-G के तहत किए गए कार्यों की सराहना की। उन्होंने उप-मुख्यमंत्री श्री सम्राट चौधरी के पत्र का हवाला देते हुए कहा कि बिहार ने 5.29 लाख आवास आवंटन की मांग की थी, जिसके जवाब में केंद्र ने तुरंत कार्रवाई की। 12 अप्रैल 2025 को 5,20,742 आवास स्वीकृत किए गए, और अब कुल 5.40 लाख आवास बिहार को आवंटित किए गए हैं।

पत्र में यह भी उल्लेख किया गया कि बिहार ने PMAY-G के तहत पहले से ही उल्लेखनीय प्रगति की है। विशेष रूप से, 24 अप्रैल 2025 को मधुबनी जिले में आयोजित एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने बिहार सरकार की तारीफ की थी। इस कार्यक्रम में बिहार के 4.21 लाख आवासों की स्वीकृति, 6.79 लाख आवासों के लिए किस्तों का वितरण, और 1.1 लाख घरों में गृह प्रवेश जैसे कार्यों की सराहना की गई। यह दर्शाता है कि बिहार PMAY-G को लागू करने में सक्रिय और प्रभावी रहा है।

ताजा आंकड़े: बिहार में PMAY-G की प्रगति

ग्रामीण विकास मंत्रालय ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए बिहार को कुल 50,12,752 आवास आवंटित किए हैं, जिनमें से 48,78,575 आवास 7 मई 2025 तक स्वीकृत हो चुके हैं। इसके अलावा, निम्नलिखित आंकड़े योजना की प्रगति को दर्शाते हैं:

  • 47,55,546 लाभार्थियों को पहली किस्त का भुगतान किया जा चुका है।
  • 37,82,247 आवास निर्माण कार्य पूर्ण हो चुके हैं।
  • 1.1 लाख घरों में गृह प्रवेश हो चुका है।

ये आंकड़े बिहार सरकार और केंद्र सरकार के समन्वित प्रयासों का परिणाम हैं। बिहार ने Socio-Economic Caste Census (SECC) 2011 और Awaas+ 2018 सर्वे के आधार पर लाभार्थियों की पहचान की है, जिसे ग्राम सभाओं द्वारा सत्यापित किया गया है। यह सुनिश्चित करता है कि सहायता सबसे जरूरतमंद और पात्र परिवारों तक पहुंचे।

बिहार की उपलब्धियां: मधुबनी कार्यक्रम में प्रशंसा

24 अप्रैल 2025 को मधुबनी, बिहार में आयोजित एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने PMAY-G के तहत बिहार सरकार की उपलब्धियों की सराहना की। उन्होंने निम्नलिखित बिंदुओं पर विशेष जोर दिया:

  1. 4.21 लाख आवासों की स्वीकृति: बिहार ने तेजी से लाभार्थियों की पहचान और आवास स्वीकृति की प्रक्रिया को पूरा किया।
  2. 6.79 लाख आवासों के लिए किस्त वितरण: यह दर्शाता है कि बिहार ने समयबद्ध तरीके से धनराशि वितरित की, जिससे निर्माण कार्य शुरू हो सका।
  3. 1.1 लाख गृह प्रवेश: लाखों परिवारों ने अपने नए पक्के घरों में प्रवेश किया, जो सामाजिक और आर्थिक विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

ये उपलब्धियां बिहार के ग्रामीण विकास में PMAY-G की सफलता को रेखांकित करती हैं।

PM Gramin Awas Yojana: मुख्य विशेषताएं

प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना की कुछ प्रमुख विशेषताएं इस प्रकार हैं:

  • आर्थिक सहायता: मैदानी क्षेत्रों में 1.20 लाख रुपये और पहाड़ी/कठिन क्षेत्रों में 1.30 लाख रुपये की सहायता।
  • न्यूनतम क्षेत्रफल: प्रत्येक घर का न्यूनतम क्षेत्रफल 25 वर्ग मीटर (लगभग 30 गज) है, जिसमें रसोई शामिल है।
  • बुनियादी सुविधाएं: शौचालय (12,000 रुपये की अतिरिक्त सहायता), बिजली, पानी, और स्वच्छ ईंधन की व्यवस्था।
  • लाभार्थी चयन: SECC 2011 और Awaas+ 2018 सर्वे के आधार पर पात्रता, जिसे ग्राम सभाओं द्वारा सत्यापित किया जाता है।
  • फंड ट्रांसफर: डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से धनराशि सीधे लाभार्थी के आधार से जुड़े खाते में।
  • मनरेगा समन्वय: प्रत्येक लाभार्थी को 90-95 दिन का अकुशल श्रम मनरेगा के तहत उपलब्ध।

पात्रता मानदंड

PMAY-G के तहत लाभ प्राप्त करने के लिए निम्नलिखित पात्रता मानदंड हैं:

  • आवेदक के पास पक्का मकान नहीं होना चाहिए।
  • परिवार गरीबी रेखा के नीचे (BPL) या SECC 2011 लिस्ट में होना चाहिए।
  • प्राथमिकता SC/ST, दिव्यांग, विधवाओं, और अन्य वंचित वर्गों को।
  • परिवार में कोई वयस्क साक्षर सदस्य (25 वर्ष से अधिक) न होना या कोई वयस्क (16-59 वर्ष) न होना।

बिहार में PMAY-G की प्रक्रिया और लाभ

बिहार में PMAY-G का कार्यान्वयन ग्रामीण विकास मंत्रालय और बिहार सरकार के सहयोग से किया जा रहा है। लाभार्थियों को तीन किस्तों में धनराशि प्रदान की जाती है:

  1. पहली किस्त: 40,000 रुपये (जमीन वाले लाभार्थियों के लिए) या 1.20 लाख रुपये (जमीन विहीन लाभार्थियों के लिए)।
  2. दूसरी और तीसरी किस्त: शेष राशि निर्माण के विभिन्न चरणों (लिंटेल, छत, आदि) पर।
  3. निर्माण निगरानी: जियो-टैगिंग के माध्यम से निर्माण प्रगति की निगरानी।

बिहार में हाल ही में 75,000 लाभार्थियों को पहली किस्त के रूप में 301.18 करोड़ रुपये वितरित किए गए, और कई लाभार्थियों को उनके पूर्ण हुए घरों की चाबियां सौंपी गईं।

PM Gramin Awas Yojana New Update

PM Gramin Awas Yojana लिस्ट 2025: कैसे चेक करें?

PMAY-G लाभार्थी सूची 2025 को चेक करने के लिए निम्नलिखित स्टेप्स फॉलो करें:

  1. आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं: pmayg.nic.in
  2. होमपेज पर Menu में Awaassoft ऑप्शन चुनें।
  3. ड्रॉपडाउन मेनू में Report पर क्लिक करें।
  4. Social Audit Reports सेक्शन में Beneficiary Details for Verification चुनें।
  5. अपना राज्य (Bihar), जिला, ब्लॉक, और ग्राम पंचायत चुनें।
  6. Pradhan Mantri Awas Yojana Gramin सिलेक्ट करें और कैप्चा कोड डालकर Submit करें।
  7. लाभार्थी सूची में अपना नाम, रजिस्ट्रेशन नंबर, और अन्य डिटेल्स चेक करें।

वैकल्पिक तरीका: यदि आपके पास रजिस्ट्रेशन नंबर है, तो Stakeholders > IAY/PMAYG Beneficiary ऑप्शन में रजिस्ट्रेशन नंबर डालकर सीधे रिजल्ट देखें। बिना रजिस्ट्रेशन नंबर के Advanced Search ऑप्शन में नाम, BPL नंबर, या पिता/पति का नाम डालकर सर्च करें।

मोबाइल से सर्वे फॉर्म कैसे भरें?

PMAY-G 2025 के लिए सर्वे फॉर्म भरने की प्रक्रिया अब मोबाइल से भी संभव है:

  1. pmayg.nic.in पर जाएं।
  2. Pradhan Mantri Awas Yojana (Gramin) ऑप्शन चुनें।
  3. Menu में Survey Form ऑप्शन सिलेक्ट करें।
  4. व्यक्तिगत जानकारी, आय विवरण, और बैंक खाता डिटेल्स भरें।
  5. आवश्यक दस्तावेज (आधार, BPL कार्ड, जॉब कार्ड) अपलोड करें।
  6. फॉर्म सबमिट करें और रजिस्ट्रेशन नंबर नोट करें।

लास्ट डेट: सर्वे फॉर्म भरने की अंतिम तारीख 30 अप्रैल 2025 है। जल्दी आवेदन करें ताकि आपका नाम लिस्ट में शामिल हो सके।

बिहार के लिए PMAY-G का महत्व

बिहार, जहां ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबी और बेघरता एक बड़ी चुनौती है, PMAY-G ने लाखों परिवारों के जीवन को बदला है। 5.40 लाख नए आवास के आवंटन से न केवल बेघर परिवारों को पक्के घर मिलेंगे, बल्कि इससे रोजगार सृजन, सामाजिक समानता, और ग्रामीण विकास को भी बढ़ावा मिलेगा। योजना के तहत बिहार ने पहले ही 37 लाख से अधिक घरों का निर्माण पूरा किया है, जो इसे देश के अग्रणी राज्यों में से एक बनाता है।

निष्कर्ष

PM Gramin Awas Yojana New Update 2025 बिहार के लिए एक ऐतिहासिक कदम है, जिसमें 5.40 लाख नए आवास आवंटित किए गए हैं। यह कदम बिहार के बेघर और गरीब परिवारों के लिए उनके पक्के घर के सपने को साकार करने का सुनहरा अवसर है। केंद्रीय मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान और बिहार सरकार के समन्वित प्रयासों ने इस योजना को प्रभावी बनाया है, जिसके परिणामस्वरूप लाखों परिवारों को नया जीवन मिला है। बिहार में 48.78 लाख आवास स्वीकृत, 47.55 लाख पहली किस्त वितरित, और 37.82 लाख घर पूर्ण होने के आंकड़े इसकी सफलता की कहानी बयां करते हैं।

यदि आपने PMAY-G के लिए आवेदन किया है, तो तुरंत pmayg.nic.in पर अपनी स्थिति चेक करें और अपने पक्के घर के सपने को साकार करें। इस आर्टिकल को अपने दोस्तों और परिवार के साथ शेयर करें ताकि अधिक से अधिक लोग इस योजना का लाभ उठा सकें।

क्विक लिंक्स:

  • आधिकारिक वेबसाइट: pmayg.nic.in
  • लाभार्थी सूची चेक करें: rhreporting.nic.in
  • आवेदन करें: pmayg.nic.in
  • हेल्पलाइन: 1800-11-6446

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